कितने पल की जिंदगी है इस वक़्त को तो खुल के जीने दो। कल का क्या पता हम रहें न रहें आज कितने पल की जिंदगी है इस वक़्त को तो खुल के जीने दो। कल का क्या पता हम रहें...
निज संतति के सुख हित सहते अगणित दुख, मात-पिता के संग ही पूरा होता एक परिवार। निज संतति के सुख हित सहते अगणित दुख, मात-पिता के संग ही पूरा होता एक परिवार।
फसाने कभी कम ना होंगे जुदा होकर भी हम जुदा ना होंगे कश्ती लगेगी किनारे यकीनन बस लहरों फसाने कभी कम ना होंगे जुदा होकर भी हम जुदा ना होंगे कश्ती लगेगी किनारे यकीनन ...
यह कविता उन महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित है जिन्होंने हमें वर्षों की गुलामी से मुक्त... यह कविता उन महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित है जिन्होंने हमें वर्षो...
जब बाँधूँगा उनको राखी जब बाँधूँगा उनको राखी
तूफानों से लड़कर आते , पत्थर के प्रहार भी सहते नमन भारत के लाल को जो वारे देश पर शरी तूफानों से लड़कर आते , पत्थर के प्रहार भी सहते नमन भारत के लाल को जो वार...