हों हम हों लाते हमको इस जग में सुख तज दिया दिया हमें असीम ही प्यार मात-पिता के संग निज संतति के सुख हित निद्रा उड़ती है रातों की तेरे बिना हम न होंगे याद करो उनको जब बांधूंगा उनको राखी न रुकेंगे झुकेंगे

Hindi न उनको भेजेंगे हम वृद्धाश्रम Poems